सच्ची सुंदरता -लेखनी प्रतियोगिता -27-Feb-2022
रजनी का चाँद लगे अत्यंत सुन्दर
जो अंधकार में रास्ता दिखाता है
है सुंदर दिनकर का मार्तण्ड प्रखर
नित तप जग में प्रकाश फैलाता है।
हैं सुंदर झूमते-खिलखिलाते विटप
बिन भेदभाव सबको आश्रय देते हैं
लगे सुंदर खेतों में लहलहाती फसल
जीवन में सदा खुश रहना सिखाती है।
अति सुंदर है मेरी मनमोहक वसुंधरा
विचलित ना हो कैसी भी हो आपदा।
सर्दी, गर्मी, बरसात सब सह जाती है
धैर्य व सहिष्णुता से जीना सिखाती है।
मुझे लगते हैं सुंदर मोर के पैर बदरंग
जो नाच बुलाते वर्षा के इंद्रधनुषी रंग
बड़े सुंदर हैं तितली के रंग-बिरंगे पर
जो बच्चों के कोमल मन को लेते हर।
मजदूर के खुरदरे हाथ में समाई सुंदरता
बनाते इमारतें जिनमें हमारा घर बसता।
श्रमिक के पैरों की बिवाइयाँ लगती सुंदर
फटकर भी श्रम पर न डालें कोई असर।
बड़ी सुंदर लगती है वो श्रमिक महिला
परिश्रम करके दिन-रात श्वेद बहाती है
साहस व स्फूर्ति का अनुपम स्रोत बन
वास्तविक सुंदरता का स्वरुप दर्शाती है।
बड़े सुंदर लगते हैं पापा के मजबूत कंधे
स्वयं झुककर हम सबका बोझ उठाते हैं।
बच्चों की तोतली बोली और सजल नयन
होते इतने सुंदर, हर्षित हुए बिना रहे न मन।
मुझे विश्व में सबसे सुंदर मेरी माँ लगती हैं
साधारण-सी वेशभूषा में बड़ी जँचती हैं
सहिष्णुता उनके चेहरे का नूर बढ़ाती है
सौम्यता व प्रेम से मुझे बड़ा लुभाती हैं।
सुन्दर कोयल मुझे स्वरागिनी समान लगती
काली होकर भी वाणी से मधुरता फैलाती
रंग-रूप नहीं गुणों में समाहित है सुंदरता
ये सन्देश सम्पूर्ण संसार को समझाती है।
बनावटी सौंदर्य ने कितनों की नींदें उड़ा डाली
घुँघराले बाल, होंठों की लाली लगे बड़ी निराली
कृत्रिमता जाने ऐसा क्या आकर्षण है रखती
इसके आवरण में सदा कुदरती सुंदरता मरती।
विधाता का प्रत्येक सृजन है अति सुंदर
जिसे देखने के लिए चाहिए दिल की नज़र
जिसके दिल में कुविचारों ने लगाया हो ताला
उसे सदा लुभाएगी विषय वासना की माला।
डॉ. अर्पिता अग्रवाल
नोएडा, उत्तरप्रदेश
Swati chourasia
27-Feb-2022 09:55 PM
Very beautiful 👌
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Dr. Arpita Agrawal
27-Feb-2022 11:53 PM
Thanks Swati ji
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Mohammed urooj khan
27-Feb-2022 07:31 PM
अच्छी कविता है
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Dr. Arpita Agrawal
27-Feb-2022 09:13 PM
धन्यवाद आदरणीय
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नवीन पहल भटनागर
27-Feb-2022 05:00 PM
बेहद खूबसूरत शानदार लिखा आपने
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Dr. Arpita Agrawal
27-Feb-2022 06:50 PM
हार्दिक आभार आदरणीय नवीन जी
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